ये सुनकर मंजरी उस कुटिया की ओर लपकी कि देवांश ने उसकी बाँह पकड़कर रोक लिया ये सुनकर मंजरी उस कुटिया की ओर लपकी कि देवांश ने उसकी बाँह पकड़कर रोक लिया
उनके हटते ही देवांश और मंजरी ने एकदूसरे को गले लगा लिया..... उनके हटते ही देवांश और मंजरी ने एकदूसरे को गले लगा लिया.....
"ये लो मेरा शादी का कार्ड,नेहा ने अपने पर्स से एक कार्ड देते हुए कहा। "ये लो मेरा शादी का कार्ड,नेहा ने अपने पर्स से एक कार्ड देते हुए कहा।
प्रीति किसी से प्यार करती थी और मुझे पता भी नहीं था , प्रीति किसी से प्यार करती थी और मुझे पता भी नहीं था ,
थोड़ी दूर बस में चढ़ते समय उसके चेहरे की एक हल्की सी ही झलक दिखी जिसे देख कर दिल जैसे बैठ सा गया | सां... थोड़ी दूर बस में चढ़ते समय उसके चेहरे की एक हल्की सी ही झलक दिखी जिसे देख कर दिल ज...
रेत तुम्हारे हाथों से होके फिसली है, इस समंदर का हर मोती तुमने बनाया है। रेत तुम्हारे हाथों से होके फिसली है, इस समंदर का हर मोती तुमने बनाया है।